जब छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से एनडीए की बैठक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विपक्ष की बैठक देखकर बीजेपी और उसके सहयोगी दल घबरा गए हैं. इसलिए जल्दबाजी में हमारी मीटिंग बुलाई. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार निरंकुश हो गयी है. वे लोकतंत्र को कुचलने का काम कर रहे हैं. सरकारी संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है. पिछले नौ सालों में यही देखा गया है. यह देश और लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है. कुछ पार्टियों को इसका एहसास हुआ और उन्होंने साथ बैठने का फैसला किया. सबसे पहले ये बैठक पटना में हुई. इसके बाद बेंगलुरु में सभी पार्टियां एक साथ आईं. उन्होंने कहा कि दूसरी बैठक में पार्टी के 26 नेता पहुंचे. यह लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. लोकसभा चुनाव को लेकर भी यह बैठक काफी अहम है.
पार्टी की 26वीं बैठक से बीजेपी नाराज
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि एनडीए के लोग घबराए हुए हैं. 26 दलों की बैठक से बीजेपी परेशान हो गई है. आपको बता दें कि बेंगलुरु में हुई बैठक के बाद गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया)’ रखने पर सहमति बनी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अब लड़ाई ‘भारत और नरेंद्र मोदी’ के बीच है और यह बताने की जरूरत नहीं है कि जीत किसकी होगी. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के सामने जब भी कोई खड़ा होता है तो कौन जीतता है ये बताने की जरूरत नहीं है. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने सभी 26 पार्टियों के साथ मिलकर इस गठबंधन का नाम भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) रखा है. हम फिर मिलने जा रहे हैं महाराष्ट्र, मुंबई में. वहां हम चर्चा करेंगे और संयोजकों के नाम की घोषणा करेंगे. जल्द ही मुंबई बैठक की तारीख की घोषणा की जायेगी.
विपक्षी गठबंधन का नाम यूपीए से बदलकर ‘इंडिया’ कर दिया गया, जानिए बैठक से जुड़ी 6 अहम बातें
एनडीए की बैठक जारी
आपको बता दें कि विपक्ष की 26 पार्टियों के जवाब में एनडीए ने 38 पार्टियों की बैठक बुलाई है, जो दिल्ली के ‘द अशोक होटल’ में चल रही है. दिल्ली में एनडीए की बैठक से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि हमारा गठबंधन एक समय-परीक्षणित गठबंधन है जो राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है। एनडीए की बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) प्रमुख चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ, सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल शामिल हुए। (अजित पवार गुट) आ गए हैं.
अतीत में कई प्रधान मंत्री हुए हैं, भविष्य में और भी होंगे। लेकिन प्रधानमंत्री को “शेर” कहना ठीक नहीं है. क्योंकि दुनिया भर में शेरों की आबादी कम हो रही है. pic.twitter.com/3Sm6iNUZwC
-भूपेश बघेल (@भूपेशबाघेल) 18 जुलाई 2023
(टैग्सटूट्रांसलेट)छत्तीसगढ़(टी)सीएम भूपेश बघेल(टी)पीएम मोदी(टी)रमन सिंह(टी)सबसे ज्यादा शिकार का होता है
नवीनतम अपडेट और समाचार के लिए अनुसरण करें ब्लिट्ज़ हिंदी गूगल न्यूज़ पर , ब्लिट्ज़ यूट्यूब पर, ब्लिट्ज़ फेसबुक पर, और ब्लिट्ज़ ट्विटर पर.