-Advertisement-

सीतामढी में एमडीएम के खाने में गिरी छिपकली, खाने से 100 से ज्यादा बच्चे बीमार

-Advertisement-
-Advertisement-
पूर्वी भारत का एक राज्य: सीतामढी के बथनाहा प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय विष्णुपुर में एमडीएम खाने से स्कूल के 100 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गये. बताया जा रहा है कि मिड डे मील में छिपकली गिर गई थी. जिसे खाने के बाद स्कूल के 100 से ज्यादा बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई. हालांकि विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार ने मध्याह्न भोजन में छिपकली गिरने की बात से इनकार किया है. उनका कहना है कि रसोइया की गलती से खाने में आलू का छिलका पड़ा हुआ था. जिसे गिरगिट समझ लिया गया. इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल बन गया. बीमार बच्चों को उनके परिजनों ने स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. पंसस प्रतिनिधि चिरंजीवी कुमार की सूचना पर अस्पताल से एंबुलेंस बुलायी गयी. सभी बीमार बच्चों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.

कहा कि हेडमास्टर ने गलती से आलू के छिलके को गिरगिट समझ लिया था

डॉक्टरों की टीम ने सभी बच्चों का इलाज किया. सभी बीमार बच्चे अब खतरे से बाहर बताये गये हैं. गनीमत रही कि इस घटना में किसी बच्चे की मौत नहीं हुई, लेकिन एमडीएम संचालन में लापरवाही जरूर उजागर हुई है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार का कहना है कि रसोइया की गलती से भोजन में आलू का छिलका पड़ा हुआ था. आलू के छिलके को गलती से गिरगिट समझ लिया गया. जिससे बच्चों में अफरा-तफरी फैल गई। माता-पिता अपने बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल ले गए। बीडीओ अजीत कुमार प्रसाद ने बताया कि घटना की जांच की जायेगी. जांच में जो भी सामने आएगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

स्कूल अवधि में मास्टरजी ऑनलाइन दिखे तो होगी कार्रवाई, बिना सूचना गायब मिले 26 शिक्षकों का वेतन काटा

बीमार बच्चे खतरे से बाहर

इस मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. एसपी झा का कहना है कि एमडीएम खाने से बीमार हुए सभी बच्चे अब खतरे से बाहर हैं। सभी अच्छी स्थिति में हैं. इलाज के बाद किसी भी बच्चे को कोई परेशानी नहीं है. बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं.

(यूट्यूब https://www.youtube.com/watch?v=-zNQCSfB92A)टी)सीतामढ़ी समाचार

-Advertisement-

- A word from our sponsors -

-Advertisement-

Most Popular

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d