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बिहार: गया के युवक को चैटिंग के जरिए प्रेमजाल में फंसाया, पटना बुलाकर किया अपहरण, नाबालिग लड़की समेत चार गिरफ्तार

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गया जिले के बेलागंज निवासी 18 वर्षीय ऋषभ कुमार को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं से छुड़ा लिया है और इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. युवक को पटना से बरामद कर लिया गया है. इस मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों में एक लड़की भी है, जो नाबालिग है और मूल रूप से भोजपुर जिले की रहने वाली है. उस लड़की के अलावा अन्य गिरफ्तार आरोपियों में सरगना पंडारक का रहने वाला है, जबकि अन्य दो पटना जिले के रहने वाले हैं. इसमें पटना के शिवपुरी इलाके के एक फ्लैट से लड़की को पकड़ा गया और उसके बाद रमेश यादव के घर पर छापेमारी कर ऋषभ को मुक्त कराया गया. उसी मकान में लड़की का दोस्त प्रीतम अपने अन्य साथियों के साथ किराये पर रहता था, जहां युवक के हाथ-पैर बांधकर उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और फिरौती की रकम मांगी गयी.

50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी

गौरतलब है कि युवक का अपहरण करने के बाद परिजनों से फोन पर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी, लेकिन जब परिजनों ने पूछा कि पैसे कहां भेजें तो अपराधियों ने फोन काट दिया. एसएसपी आशीष भारती ने अपराधियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

गया से बाइक से पटना के लिए निकला था

एसएसपी ने बताया कि रिषभ को प्रेम जाल में फंसाकर मिलने के लिए बुलाया गया था. शुक्रवार को ऋषभ उससे मिलने के लिए शाम को बाइक से पटना के लिए निकला. लेकिन, रास्ते में संपतचक के पास बच्ची मिल गयी और वह उसे अपनी बाइक पर बैठा कर चला गया. इसके बाद से ऋषभ का फोन बंद है। लेकिन, शनिवार को अपहरणकर्ताओं ने उनके पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी. संबंधित मामले की जांच के लिए एसएसपी आशीष भारती खुद शनिवार की शाम बेलागंज थाने गये थे. ऋषभ बेलागंज के अकाल बिगहा गांव निवासी रणधीर नारायण का बेटा है. रणधीर पेशे से एक शिक्षक हैं.

शिवपुरी में एक फ्लैट से एक युवती को धोखाधड़ी करते पकड़ा गया।

फिरौती के लिए अपहृत ऋषभ को पटना और बेलागंज थाने की पुलिस ने मंगलवार को सरिस्ताबाद से बरामद कर लिया। युवक को बरामद करने से पहले पुलिस टीम ने शिवपुरी के एक अपार्टमेंट के फ्लैट में छापेमारी कर पहले उसे प्रेम जाल में फंसाकर पटना का संपतचक बताने वाली नाबालिग लड़की को गिरफ्तार किया, फिर छात्र को सरिस्ताबाद से बरामद किया गया. युवक को हाथ-पैर बांधकर कमरे में रखा गया था। पुलिस का कहना है कि लड़की ऑनलाइन चैटिंग कर लोगों को फंसाती है। पुलिस इस बात की भी जांच में जुट गई है कि इस लड़की और उसके दोस्तों ने अब तक कितने लोगों को ठगा है.

यहां तक ​​कि माता-पिता को भी नहीं पता था कि बेटी क्या कर रही है

बेलागंज के थानेदार ने बताया कि लड़की नाबालिग है, लेकिन वह बहुत चालाक है. यहां तक ​​कि उसके माता-पिता को भी उसकी करतूतों के बारे में पता नहीं है. थानाध्यक्ष ने बताया कि लगभग हर दिन लड़की अपने प्रेमी के कहने पर किसी न किसी को ब्लैकमेल करती है, प्रेम जाल में फंसाकर अपहरण कराती है. उसकी कई लड़कों से दोस्ती है. परिवार मूल रूप से भोजपुर जिले का रहने वाला है और पिता एक कपड़ा कंपनी में काम करते हैं। पुलिस ने बताया कि लड़की की पहचान होने के बाद गर्दनीबाग थाने की मदद से उसे शिवपुरी से पकड़ा गया और फिर सरिस्ताबाद में रमेश यादव के घर पर छापेमारी कर छात्रा को मुक्त कराया गया. उसी मकान में लड़की का दोस्त प्रीतम अपने अन्य साथियों के साथ किराये पर रहता है, जहां युवक के हाथ-पैर बांधकर उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और फिरौती की रकम मांगी गयी.

इंस्टाग्राम पर मिली लड़की से मिलने गया से पटना आया छात्र, अपहरण, 50 लाख की मांगी फिरौती

पहले व्हाट्सएप पर कॉल, फिर ब्लैकमेलिंग

पुलिस ने बताया कि प्रीतम पंडारक का रहने वाला है, जबकि बाकी दोनों युवक पटना के रहने वाले हैं. सभी काफी समय से युवती के संपर्क में थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि लड़की के मोबाइल की जांच की गयी तो पता चला कि वह पहले व्हाट्सएप कॉल कर अश्लील बातें करता था, फिर ब्लैकमेल करता था. जब लड़की का मोबाइल फोन पुलिस के पास था, उस दौरान भी उसके पीड़ितों के फोन आ रहे थे. फोन से कुछ वीडियो भी पुलिस के हाथ लगे हैं. जानकारी के मुताबिक लड़की अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम देती थी और इसमें उसका साथ उसका बॉयफ्रेंड और उसके दोस्त देते थे.

(यूट्यूब https://www.youtube.com/watch?v=5gXqArxkxdI)

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