इसी क्रम में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का भी कार्यक्रम रखा गया है. इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं हुई तो ग्रामीण विकास मंत्री के आवास के समक्ष घेरा डालो, डेरा डालो कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. अगले चरण में सभी कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे. झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ की बैठक की अध्यक्षता जॉन पीटर बागे ने की.
आंदोलन ही एकमात्र विकल्प बचा:
इस मौके पर जॉन पीटर बैगे ने कहा कि सरकार के बार-बार वादे के बाद भी मांगें पूरी नहीं की जा रही हैं. ऐसे में अब आंदोलन का ही विकल्प बचा है. बैठक में सभी जिला अध्यक्ष, सचिव एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे. बसंत सिंह ने कहा कि अब हमें अपने हक के लिए लड़ना होगा. सेवा नियमितीकरण उनकी मुख्य मांग है. प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि मनरेगा कर्मियों को हमेशा धोखा देने का काम किया गया है. हम संविदा कर्मियों का दुःख कोई नहीं देख सकता। मंच संचालन सचिव विकास पांडे ने किया.
ये होंगे कार्यक्रम
वादा खिलाफी का पर्चा पूरे प्रदेश में आम जनता के बीच बांटा जायेगा.
23 जुलाई से 31 जुलाई तक जिला मुख्यालय में एक दिवसीय धरना दिया जायेगा
सभी विधायकों के आवास का घेराव कर उन्हें मांग पत्र सौंपा जायेगा.
20 अगस्त से 31 अगस्त तक सभी मंत्रियों के आवास का घेराव किया जायेगा.
18 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जायेगा
10 अक्टूबर को ग्रामीण विकास मंत्री के आवास का घेराव कर डेरा डालेंगे
अंत में मांगें पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी.
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