20 दिन में रोपनी शुरू हो जाएगी
धानरोपनी के लिए जिले में 13 हजार हेक्टेयर में धान का बिचड़ा गिराने का लक्ष्य है. मानसूनी बारिश न होने से किसान परेशान थे। अब लगातार बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी है. किसान धान का बिचड़ा गिराने में लगे हैं. धान गहाई के लगभग 20 दिन बाद रोपाई के लिए तैयार हो जाता है। जुलाई के अंतिम सप्ताह में पौधारोपण का काम शुरू होने की उम्मीद है। किसानों का कहना है कि बारिश देर से शुरू होने के कारण धान का बिचड़ा गिराने में देरी हुई है.
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1.30 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई होगी
जिले में 1.30 लाख हेक्टेयर में धान की रोपनी होनी है. जुलाई के अंत तक धान रोपनी का काम पूरा हो जायेगा. जिले के विभिन्न प्रखंडों के निचले इलाकों में किसानों ने बारिश का इंतजार किये बिना ही बोरिंग से खेतों की जुताई कर गड्ढ़ा गिरा दिया. एक सप्ताह बाद उन जगहों पर धान की रोपाई की जा सकती है. मसौढ़ी, पालीगंज, धनरुआ, संपतचक के कुछ इलाकों में किसानों ने पहले ही धान का बिचड़ा गिरा दिया था. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि जिले में लगभग 60 प्रतिशत धान का बिचड़ा हटा दिया गया है. जिले में 13 हजार हेक्टेयर में बिचड़ा ध्वस्तीकरण का लक्ष्य है.
(यूट्यूब https://www.youtube.com/watch?v=U4JxzQDmgMg)
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