प्रिंट मीडिया में छपने वाली खबरों पर नजर रखने के लिए सरकार ने ‘प्रिंट मीडिया मॉनिटरिंग पोर्टल’ बनाया है. सरकार से जुड़ी कितनी खबरें प्रकाशित हुई हैं, सरकार के खिलाफ कितनी खबरें हैं, इन सभी पर पोर्टल के जरिए नजर रखी जाएगी. अधिकारियों को खबरों की निगरानी और उन्हें पोर्टल के डैशबोर्ड पर अंकित करने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.
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इधर, सीएम सह कैबिनेट सचिवालय की प्रधान सचिव और निगरानी विभाग की प्रधान सचिव वंदना डाडेल ने राज्य के सभी अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, उपायुक्त को पत्र जारी कर अखबारों में छपी भ्रामक खबरों पर खंडन भेजने को कहा है. निर्देश दिया.
उन्होंने लिखा है कि कई विभागों से संबंधित फर्जी खबरें अखबारों में प्रकाशित होने के मामले सामने आये हैं. इससे लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा होती है और सरकार की छवि भी खराब होती है. ऐसी खबरों का खंडन करने और प्रकाशित खबरों/रिपोर्टों पर तथ्य स्पष्ट करने की जरूरत है. उन्होंने अनुरोध किया है कि समाचार पत्रों में भ्रामक खबरें प्रकाशित होने पर तथ्यों को स्पष्ट करते हुए इसकी जानकारी निदेशक, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, झारखंड को उपलब्ध करायी जाये.
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