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मुजफ्फरपुर मौसम: आखिरकार बदला मौसम का मिजाज, बरसे बादल और मिली गर्मी से राहत

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मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार में 12 जून को मॉनसून का आगमन हुआ था. करीब 16वें दिन बुधवार को मानसून का असर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक दिखा। सुबह से शाम तक आसमान में काले बादलों के साथ रुक-रुक कर मानसूनी बारिश जारी रही। घर से लेकर बाजार तक लोगों ने जमकर इसका जश्न मनाया. दिन में कई बार शहर के अलग-अलग इलाकों में टुकड़ों में बारिश हुई. स्थिति यह थी कि अघोरिया बाजार में बारिश हो रही थी, जबकि धर्मशाला चौक पर सूखा था.

तापमान में काफी गिरावट आयी

किसानों के साथ आम लोग भी लंबे समय से भारी बारिश का इंतजार कर रहे थे. लेकिन वैसी बारिश नहीं हुई. मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून के कमजोर पड़ने के कारण हल्की बारिश हुई. मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। पारा भी काफी हद तक नीचे गिर गया है. पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम जरूर सुहावना हो गया है, लेकिन विभागीय पूर्वानुमान के मुताबिक दो जुलाई तक अच्छी बारिश की संभावना नहीं है.

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बाजारों और चौराहों पर बढ़ी रौनक

लोग काफी समय से बारिश का इंतजार कर रहे थे. ऐसे में दिन भर काले बादल छाये रहने से बाजारों व चौराहों पर रौनक बढ़ गयी. लोग पहली बारिश का जश्न मना रहे थे. सड़कों पर लोगों की संख्या कम थी, जो बारिश के कारण छिपने की कोशिश कर रहे थे. ज्यादातर लोग पहली बारिश का आनंद ले रहे थे. बच्चों ने भी बारिश के दौरान घर की छतों पर जाकर खूब मौज-मस्ती की। बारिश के बावजूद बाजार में काफी भीड़ रही.

किसान के बच्चे को मिली ऑक्सीजन

बुधवार को हुई बारिश से अधिकांश किसानों को राहत मिली है। यह पानी पहले से ही सूख रही धान की पराली के लिए ऑक्सीजन का काम करेगा। जिले के अधिकांश प्रखंडों में धान की फसल झुलस गयी है. किसानों की मानें तो अगर मॉनसून की यही स्थिति रही तो देर से ही सही, किसान धान की फसल के लिए हिम्मत जुटा सकेंगे. फिलहाल जिले में ऐसे किसानों की संख्या अधिक है, जिनके पास सिंचाई का अपना साधन नहीं है. उनकी परेशानियां धीरे-धीरे बढ़ती जा रही थीं।

(यूट्यूब https://www.youtube.com/watch?v=BkybMUYQcM4)

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