नई दिल्ली, 07 जून (हिंदुस्तान टाइम्स)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अगले पांच वर्षों में भारत में 200 से अधिक हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट और जल हवाई अड्डे होंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ 9 साल में देश में हवाईअड्डों की संख्या 74 से दोगुनी होकर 148 हो गई है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु हवाई अड्डों की क्षमता लगभग 22 करोड़ है। उन्होंने कहा कि नवी मुंबई और जेवर एयरपोर्ट को जोड़कर अगले 8 साल में इसे 41.5 करोड़ कर दिया जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कैसे देश के पूर्वोत्तर हिस्से को अब आठ और हवाईअड्डे मिल गए हैं। सिंधिया ने कहा कि इस क्षेत्र में कुछ ऐसे राज्य थे जहां हवाई अड्डे नहीं थे, लेकिन आज अरुणाचल प्रदेश में तीन नए हवाई अड्डे हैं, सिक्किम में भी अब एक हवाई अड्डा है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हवाई अड्डों के क्षेत्र में हमारा एक लाख करोड़ का पूंजीगत खर्च तय है, जिसमें से 25-30 हजार करोड़ एएआई के पास और बाकी निजी क्षेत्र के पास होगा। उन्होंने कहा कि एएआई 42 ब्राउनफील्ड और 3 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों पर खर्च करेगा, जबकि निजी क्षेत्र 4 ब्राउनफील्ड और 3 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों पर खर्च करेगा।
अगले पांच वर्षों के भीतर भारत में 200 से अधिक हवाई अड्डे होंगे: सिंधिया पहली बार BLiTZ पर दिखाई दिए।
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