अब रोहतास जिला मुख्यालय से दूर-दराज के पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के लिए पर्यटकों को अधिक दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। पर्यटकों को अब आसान रास्ता मिलेगा। इसके लिए पथ प्रमंडल विभाग ने कवायद शुरू कर दी है. विभाग के अनुसार जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित अन्य कई ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाले रोहतास-रेहल-अधौरा वन मार्ग का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा. सड़क के निर्माण कार्य के लिए टेंडर की प्रक्रिया लगभग फाइनल कर ली गई है। निर्माण कार्य पूर्ण होने से पर्वतीय क्षेत्र के पर्यटन स्थलों सहित स्थानीय वनवासियों को काफी लाभ व लाभ होगा। उन्हें पर्यटन स्थलों सहित जिला मुख्यालय जाने में काफी सहूलियत होगी।
दो साल में पूरा करने का लक्ष्य
गौरतलब है कि जिले के कैमूर पहाड़ी क्षेत्र के बहुप्रतीक्षित रोहतास-रेहल-अधौरा वन पथ के प्रथम चरण में पथ निर्माण विभाग द्वारा रोहतास प्रखंड मुख्यालय से दुर्गावती नदी तक 32.750 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है. करीब एक अरब 34 करोड़ की लागत से रेहल। अंचल डेहरी द्वारा संवेदक को कार्य आवंटित किया गया है। इस संबंध में पथ निर्माण विभाग डेहरी के कार्यपालन यंत्री जियाउद्दीन ने बताया कि ठेकेदार को 21 दिन के अंदर एग्रीमेंट का काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। करीब एक अरब 34 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रोहतास-रेहल-अधौरा वन पथ का निर्माण कार्य करीब दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस अवधि में निर्माण ठेकेदार को रोहतास प्रखंड मुख्यालय से रेहल होते हुए दुर्गावती नदी तक करीब 32 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य पूरा करना होगा.
पर्यटन स्थलों पर आवाजाही में सुविधा होगी
रोहतास-रेहाल-अधौरा वन मार्ग जिले के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित अनेक ऐतिहासिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाले मार्गों में से एक है। इसके निर्माण के पूरा होने से कई ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन स्थलों तक आने-जाने की सुविधा हो सकेगी। इस संबंध में डीएफओ ने बताया कि जिले के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित कई ऐतिहासिक व धार्मिक पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाले रोहतास-रेहाल-अधौरा वन मार्ग के बन जाने से स्थानीय सहित पर्यटकों को काफी सुविधा होगी. लोग। सड़क बनने के बाद ऐतिहासिक धरोहर रोहतासगढ़ किले से चौरासन मंदिर, शेरगढ़ किला, गुप्तधाम आदि पर्यटन स्थलों तक जाने का रास्ता सुगम हो जाएगा।
पशु मार्ग से लेकर अंडरपास और ओवरपास तक
रोहतास-रेहल-अधौरा सड़क निर्माण कार्य के दौरान वन विभाग के निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन करना होगा। निर्माण कार्य के दौरान सड़क पर जंगली जानवरों पर विशेष ध्यान देना होगा। इसके लिए पशु मार्ग से लेकर अंडरपास, ओवरपास आदि का निर्माण कराया जाएगा, ताकि किसी भी वन्य जीव के लिए कोई बाधा उत्पन्न न हो सके।
पहाड़ी के 21 गांवों के ग्रामीणों को विशेष लाभ मिलेगा
पहाड़ी क्षेत्र में रोहतास-रेहल-अधौरा सड़क निर्माण का टेंडर जारी होने से पहाड़ी गांवों के लोगों में काफी खुशी है. सड़क निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहाड़ी क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों सहित स्थानीय वनवासियों को काफी लाभ व लाभ होगा। उन्हें पर्यटन स्थलों के साथ-साथ जिला मुख्यालय में आने-जाने में काफी सहूलियत मिलेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार रोहतास-रेहल-अधौरा मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण होने से जिले के दूरस्थ कैमूर पहाड़ी के 21 गांवों की 35 टोला के ग्रामीणों को काफी लाभ व आवाहन मिलेगा.
सड़क न होने से परेशानी का समय
रोहतास-रेहल-अधौरा सड़क नहीं बनने से रोहतासगढ़ व पिपराडीह पंचायत के दो दर्जन गांवों के ग्रामीणों को सड़क नहीं होने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस वन पथ के निर्माण से नौहट्टा प्रखंड के पिपराडीह पंचायत के रेहल, पिपरडीह, सोली, बांदा, सलमा, कुब्बा, कोरहस, झेमड़ग, बरकट्ठा, चनोडीह तथा रोहतासगढ़ पंचायत के बुधुआ, ढांसा, अमडीह, नकटी, भवनवा आदि गांव शामिल हैं. रोहतास प्रखंड के लोगों को आवागमन का लाभ मिलेगा।
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क्या कहते हैं अधिकारी
डीएफओ रोहतास मनीष कुमार ने बताया कि रोहतास-रेहल-अधौरा सड़क के निर्माण कार्य के टेंडर की प्रक्रिया पथ प्रमंडल डेहरी को करनी है. इस सड़क के बन जाने से पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों के लिए यह मार्ग सुगम व सुगम हो जाएगा। लोगों को आवागमन को लेकर काफी सुविधा होगी।
(यूट्यूब https://www.youtube.com/watch?v=3JSfDvY7nIc) बिहार में निर्माण
पोस्ट रोहतास-अधौरा सड़क का निर्माण जल्द होगा शुरू, आसान होगी पहाड़ी इलाकों के ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों की राह सबसे पहले BLiTZ पर दिखाई दी।
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